navratri kab se shuru hai 2024 april मे
navratri 8 april रात 11:50 मिनट से शुरु हो जाएगी और 9 april मे शाम 8:30 मिनत तक रहेगी बडे-बडे विद्वानो ने navratri 9 april को हि माना है इस बार माँ दुर्गा कि पूजा करने के दो शुभ मुहूर्त निकल रहे जिस मे आप माँ दुर्गा कि पूजा कर सकते हैपहला शुभ मुहूर्त पहला शुभ मुहूर्त 9 april 2024 को सुबह 6:02 से है और यह शुभ मुहूर्त सुबह 10:16 मिनट तक रहेगा आप इस समह के बीच माँ दुर्गा कि पूजा कर सकते है
दुशरा शुभ मुहूर्त यदी आप पहले शुभ मुहूर्त मे पूजा नही कर पाये तो आप दुशरे शुभ मुहूर्त मे पूजा कर सकते है दुशरा शुभ मुहूर्त 11:57 मिनट से शुरु होकर 12:48 मिनत तक रहेगा
यह दोनो शुभ मुहूर्त 9 april 2024 दिन मंगलवार के हि निकल रहे है इस लिए आप इन दोनो समह मे से किसी भी टाइम माँ दुर्गा कि पूजा कर सकते है
navratri की पूजा कैसे करे
navratri की पूजा के लिए सबह उठकर संकल्प ले कि आप navratri मे माँ दुर्गा के लिए क्या करोगे जैसे कितने व्रत रखने है और अपने लिए कोई भी मन्नत मांग सकते है चलिए अब जानते है navratri की पूजा कैसे करे- सबसे पहले मुहूर्त का समह होने से पहले मंदिर कि साफ-सफाई करे
- अपने मंदिर के पास ही माँ दुर्गा कि पूजा के लिए सजावट करे
- एक चौकी बिछा कर उस पर लाल कपडा बिछाऐ
- तांबे या मिट्टी का कलस ले और मे पानी भर ले और कलस के ऊपर तीन बार कलावा बाध ले
- 7,11,21 आम के पत्ते कलस के ऊपर रखे
- नारियल को लाल कपडे मे लपेट ले और कलस के ऊपर रख दे
- आप कोई मट्टी का छोटा बर्तन ले और उसे रेत का भर ले
- जब माँ दुर्गा कि पूजा का शुभ मुहूर्त हो जाऐ तो कलस को छोटे मिट्टी के बर्तन पर रखे
- अब आप कुछ चावल ले और कलस पर चढाऐ और कलस पर थोडा सिंदुर भी लगाऐ और इस मंत्र का जाप करे
- ओम वरुणाय नम: मंत्र बोलकर पूजा करे और दिपक जलाऐ
navratri कि तिथियां
तिथियां | पूजा |
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प्रतिपदा तिथि (9 अप्रैल 2024) | मां शैलपुत्री पूजा |
दुितीय तिथि (10 अप्रैल 2024) | मां ब्रहाचारिणी पूजा |
तृतीया तिथि (11 अप्रैल 2024) | मां चंद्रघण्टा पूजा |
चतुर्थी तिथि (12 अप्रैल 2024) | मां कुष्माण्डा पूजा |
पंतमी तिथि (13 अप्रैल 2024) | मां स्कंदमाता पूजा |
षष्ठी तिथि (14 अप्रैल 2024) | मां कात्यायनी पूजा |
सप्तमी तिथि (15 अप्रैल 2024) | मां कालरात्री पूजा |
अष्टमी तिथि (16 अप्रैल 2024) | मां महागौरि पूजा पूजा |
नवमीं तिथि (17 अप्रैल 2024) | मां सिद्धीदात्री पूजा ,महानवमी पूजा |